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नई दिल्लीएक मिनट पहले
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आज 5 राज्यों में चुनाव के नतीजे आ रहे हैं। चुनाव आयोग की सख्त हिदायतों के बावजूद जीत का सुपर स्प्रेडर जश्न जाारी है। तमिलनाडु के चेन्नई में DMK मुख्यालय के सामने कार्यकर्ताओं ने ऐसा ही जश्न मनाया। भीड़ में एक-दूसरे को लड्डू खिलाए। और तो और बच्चों को भी ले आए। जब ये तस्वीरें देखीं तो चुनाव आयोग ने पांचों राज्यों के चीफ सेक्रेटरी को तुरंत निर्देश दिए कि ऐसा जश्न मनाने पर FIR दर्ज की जाए।
कोरोना प्रोटोकॉल पर हाईकोर्ट ने फटकार लगाई थी
कोरोना के बिगड़ते हालात के बीच मद्रास हाईकोर्ट ने पिछले सोमवार को चुनाव आयोग को कड़ी फटकार लगाई थी। चीफ जस्टिस ने तो यहां तक कह दिया कि कोरोना की दूसरी लहर के लिए चुनाव आयोग जिम्मेदार है। उन्होंने आयोग को चेतावनी दी कि 2 मई को काउंटिंग के दिन के लिए कोविड प्रोटोकॉल बनाए जाएं और उनका पालन हो। ऐसा नहीं हुआ तो हम काउंटिंग शेड्यूल को रोकने पर मजबूर हो जाएंगे।
दरअसल, मद्रास हाईकोर्ट तमिलनाडु की करूर विधानसभा सीट पर होने वाली काउंटिंग को लेकर दायर पिटीशन पर सुनवाई कर रहा था। पिटीशन में मांग की गई है कि इस विधानसभा सीट पर 77 उम्मीदवार मैदान में हैं, इसलिए 2 मई को काउंटिंग के दिन यहां कोविड प्रोटोकॉल का पालन होना चाहिए।
हाईकोर्ट ने कहा- जब रैलियां हो रही थीं, तब क्या आप दूसरे ग्रह पर थे?
सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस संजीब बनर्जी नाराज हो गए। उन्होंने चुनाव आयोग से पूछा, ‘‘जब चुनावी रैलियां हो रही थीं, तब आप दूसरे ग्रह पर थे क्या? रैलियों के दौरान टूट रहे कोविड प्रोटोकॉल को आपने नहीं रोका। बिना सोशल डिस्टेंसिंग के चुनावी रैलियां होती रहीं। आज के हालात के लिए आपकी संस्था ही जिम्मेदार है। कोरोना की दूसरी लहर के लिए आप जिम्मेदार हैं। चुनाव आयोग के अफसरों पर तो संभवत: हत्या का मुकदमा चलना चाहिए।’’ इस मामले में अगली सुनवाई 30 अप्रैल को होगी।
काउंटिंग को लेकर हाईकोर्ट की 6 टिप्पणियां
- आप इसे सुनिश्चित कीजिए कि काउंटिंग के दिन कोविड प्रोटोकॉल पर अमल हो।
- किसी भी कीमत पर राजनीतिक या गैर-राजनीतिक वजह से काउंटिंग का दिन कोरोना के मामलों को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार नहीं होना चाहिए।
- या तो काउंटिंग तरीके से हो या फिर उसे टाल दिया जाएगा।
- लोगों की सेहत सबसे अहम है। यह बात परेशान करती है कि प्रशासन को इस बात की याद दिलानी पड़ती है।
- जब नागरिक जिंदा रहेंगे, तभी वे उन अधिकारों का इस्तेमाल कर पाएंगे, जो उन्हें इस लोकतांत्रिक गणराज्य में मिले हैं।
- आज के हालात जिंदा रहने और लोगों को बचाए रखने के लिए हैं, दूसरी सारी चीजें इसके बाद आती हैं।
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