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बिंदकी। डिप्टी आरएमओ ने नवीन मंडी समिति में बने खरीद केंद्रों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मंडी परिसर में लगे तीनों कांटे चालू मिले। जहां किसानों का गेहूं तौला जा रहा था। एसएमआई ने लेबरों की कमी होने के कारण खरीद की रफ्तार प्रभावित होने की समस्या बताई।
डिप्टी आरएमओ रमेश श्रीवास्तव को बिंदकी के कुंवरपुर रोड स्थित नवीन मंडी समिति में बने खरीद केंद्रों में सही ढंग गेहूं खरीद न होने की शिकायत मिली थी। जिस पर वह शनिवार को मंडी परिसर में बने खरीद केंद्र में निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान मंडी समिति के तीनों कांटों में खरीद होती पाई गई। डिप्टी आरएमओ ने बताया कि लेबरों की कमी होने के कारण ट्रकों में लोडिंग अनलोडिंग करवाने में समस्या आ रही है। उन्होंने बताया कि खरीद केंद्रों में अन्य प्रदेशों व जनपदों के लेबर काम करते हैं।
कोरोना काल में सभी मजदूर वापस अपने घर चले गए हैं, जिससे मजदूरों की कमी हो गई है। खरीद केंद्रों में सीमित श्रमिक हैं। वहीं श्रमिक खरीद केंद्रों में भी काम करते हैं और वाहनों में अनलोडिंग का काम भी उन्हीं मजदूरों द्वारा किया जाता है। वर्तमान में बिंदकी से 30 गाड़ियां लोड होकर फतेहपुर गई थी। श्रमिक न होने के कारण मात्र 8 गाड़ियों की ही अनलोडिंग हो पाई है। श्रमिकों की संख्या बढ़ाकर खरीद केंद्रों में काम शुरू कराया जाएगा। जिससे जल्द से जल्द किसानों का माल खरीदा जा सके।
बिंदकी। डिप्टी आरएमओ ने नवीन मंडी समिति में बने खरीद केंद्रों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मंडी परिसर में लगे तीनों कांटे चालू मिले। जहां किसानों का गेहूं तौला जा रहा था। एसएमआई ने लेबरों की कमी होने के कारण खरीद की रफ्तार प्रभावित होने की समस्या बताई।
डिप्टी आरएमओ रमेश श्रीवास्तव को बिंदकी के कुंवरपुर रोड स्थित नवीन मंडी समिति में बने खरीद केंद्रों में सही ढंग गेहूं खरीद न होने की शिकायत मिली थी। जिस पर वह शनिवार को मंडी परिसर में बने खरीद केंद्र में निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान मंडी समिति के तीनों कांटों में खरीद होती पाई गई। डिप्टी आरएमओ ने बताया कि लेबरों की कमी होने के कारण ट्रकों में लोडिंग अनलोडिंग करवाने में समस्या आ रही है। उन्होंने बताया कि खरीद केंद्रों में अन्य प्रदेशों व जनपदों के लेबर काम करते हैं।
कोरोना काल में सभी मजदूर वापस अपने घर चले गए हैं, जिससे मजदूरों की कमी हो गई है। खरीद केंद्रों में सीमित श्रमिक हैं। वहीं श्रमिक खरीद केंद्रों में भी काम करते हैं और वाहनों में अनलोडिंग का काम भी उन्हीं मजदूरों द्वारा किया जाता है। वर्तमान में बिंदकी से 30 गाड़ियां लोड होकर फतेहपुर गई थी। श्रमिक न होने के कारण मात्र 8 गाड़ियों की ही अनलोडिंग हो पाई है। श्रमिकों की संख्या बढ़ाकर खरीद केंद्रों में काम शुरू कराया जाएगा। जिससे जल्द से जल्द किसानों का माल खरीदा जा सके।
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